हरकी पैड़ी से गंगा जल लेकर गंतव्य की ओर से निकल पड़े कांवड़िए..
उत्तराखंड : सावन शुरू होते ही कांवड़ यात्रा का भी आगाज हो गया है। आज से 26 जुलाई तक हाईवे और कांवड़ पटरी शिव भक्तों के हवाले हो गई। कांवड़ यात्रा के मद्देनजर पुलिस और प्रशासन के अलावा स्वास्थ्य विभाग व ऊर्जा निगम ने भी अपनी-अपनी सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। हाईवे पर प्रकाश और पानी की व्यवस्था दुरुस्त की जा रही है।
श्रावण के पहले दिन से कांवड़ यात्रा शुरू हो गई है। गुरुवार को कांवड़िए हरकी पैड़ी से गंगा जल लेकर अपने गंतव्य की ओर से निकल पड़े। वहीं पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कावड़ मेला सकुशल संपन्न कराए जाने के लिए मेला क्षेत्र का निरीक्षण कर व्यवस्थाएं देखी और अधिकारियों की बैठक ली।
गुरुवार से शुरू हुई कांवड़ यात्रा को लेकर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि कांवड़ यात्रा को लोगों के लिए सुरक्षित और सुगम बनाने के लिए हमने सभी प्रबंध किए हैं। चंपावत के दौरे पर पहुंचे सीएम धामी ने यहां कार्यक्रम में कहा कि इस बार लगभग पांच करोड़ तीर्थयात्रियों के आने की उम्मीद है। कहा कि हम कांवड़ यात्रियों से प्रशासन द्वारा बनाए गए नियमों का पालन करने की भी अपील करते हैं।
दूसरी ओर पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कावड़ मेला सकुशल संपन्न कराए जाने के लिए मेला क्षेत्र का निरीक्षण कर व्यवस्थाएं देखी और अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा चुनौतीपूर्ण है। पुलिस के अधिकारी और कर्मचारी संयम के साथ ड्यूटी करेंगे। संवेदनशील और अत्यधिक यात्री दबाव वाले क्षेत्रों के अलावा बार्डर पर 24 घंटे अर्द्धसैनिक बल और पुलिस की तैनाती रहेगी।
अर्द्धसैनिक बल, पुलिस एवं पीएसी पहुंची..
डीजीपी ने बुधवार रात मेला क्षेत्र के बैरागी कैंप, सिंहद्वार, शंकराचार्य चौक, बस अड्डा, ज्वालापुर, नीलधारा पार्किंग, रोड़ी बेलवाला क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण में मिली कमियों को प्रशासन एवं अन्य विभागों के साथ समन्वय कर तत्काल दूर करने के निर्देश दिए। पार्किंग स्थलों पर आगमन एवं निकासी द्वार पर पर्याप्त मात्रा में बैरिकेडिंग और पुलिस बल तैनात करने के निर्देश भी दिए। निरीक्षण के बाद डीजीपी ने सीसीआर भवन मेला कंट्रोल में मेला ड्यूटी अधिकारियों की बैठक ली।
उन्होंने कहा कि जिले में पर्याप्त मात्रा में अर्द्धसैनिक बल एवं पुलिस एवं पीएसी पहुंच चुकी है। मेला क्षेत्र में संवेदनशील और अत्यधिक दबाव वाले क्षेत्रों को चिह्नित कर अपने विवेक से अतिरिक्त जवानों की तैनाती करेंगे। अधिकारी अपना ड्यूटी स्थान नहीं छोड़ेंगे। डीजीपी ने कहा कि ड्यूटी में किसी भी प्रकार से लापरवाही नहीं होनी चाहिए।
अधीनस्थ कर्मचारियों को प्रतिदिन ब्रीफ करेंगे। कहा कि शिव भक्तों के साथ शालीनता पूर्ण व्यवहार करेंगे। शिव भक्तों से किसी भी प्रकार से नहीं उलझेंगे। गंगाजल भरने के बाद कांवड़ियों को निर्धारित मार्ग से उनके गंतव्य को रवाना करेंगे। बैठक में अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था, पुलिस उपमहानिरीक्षक गढ़वाल, एसएसपी हरिद्वार एवं अर्द्धसैनिक बलों के अधिकारी मौजूद रहे।