इंदौर को सातवीं बार मिला स्वच्छता में नंबर वन का खिताब..
देश-विदेश: स्वच्छता सर्वेक्षण रैंकिंग में इंदौर को लगातार सातवीं बार स्वच्छता में नंबर वन का खिताब मिला है। इसके साथ ही मध्य प्रदेश के 6 शहरों को भी अवार्ड मिला है। इस घोषणा के बाद से ही मध्यप्रदेश और इंदौर में खुशी का माहौल है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नई दिल्ली में ये स्वच्छता सर्वेक्षण अवॉर्ड 2023 सीएम डॉ. मोहन यादव को दिया। इंदौर और सूरत को संयुक्त रुप से नंबर वन स्वच्छ शहर का खिताब मिला है। स्वच्छता में लगातार सातवीं बार नंबर वन आकर इंदौर ने कीर्तिमान हासिल किया है। दिल्ली में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, कैलाश विजयवर्गीय और महापौर पुष्य मित्र भागर्व सहित वरिष्ठ अधिकारियों ने स्वच्छता का अवॉर्ड लिया है।
स्वच्छ भारत अभियान के लिए इंदौर नगर निगम के सलाहकार अमित दुबे का कहना हैं कि स्वच्छता सर्वेक्षण के कुल 9,500 अंको के मुकाबले में सबसे ज्यादा 4,830 अंक सेवा स्तरीय प्रगति के तहत अलग-अलग तरह के कचरे के सुव्यवस्थित संग्रहण, प्रसंस्करण और निपटान के लिए तय थे और इंदौर ने इनमें से 4,709.0 अंक हासिल किए। उन्होनें कहा, इंदौर में कचरा संग्रह, प्रसंस्करण और निपटान की टिकाऊ प्रणाली विकसित की गई है। राष्ट्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण में शहर की सिलसिलेवार कामयाबी की बुनियाद इसी प्रणाली पर टिकी है।
इन शहरों को मिली दूसरी व तीसरी रैंक..
इसी के साथ छत्तीसगढ़ के पाटन और महाराष्ट्र के लोनावाल को श्रेणी में दूसरी और तीसरी रैंक मिली है। वहीं, साल 2023 के स्वच्छ सर्वेक्षण परिणामों के अनुसार, महाराष्ट्र के सासवड को एक लाख से कम आबादी वाले सभी शहरों में सबसे स्वच्छ शहर का पुरुस्कार मिला है।