तीर्थ यात्रियों की होगी अनिवार्य कोरोना जांच..
जानें धामी सरकार का फैसला..
उत्तराखंड : उत्तराखंड में अक्षय तृतीया के दिन मंगलवार को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा-2022 का आगाज हो गया है। देश-विदेश से लाखों श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। यात्रा शुरू होने के साथ ही उत्तराखंड सरकार ने श्रद्धालुओं को बड़ी राहत दी है। धामी सरकार ने चारधाम यात्रा पर जा रहे तीर्थ-यात्रियों को राहत देते हुए कोरोना जांच पर बड़ा फैसला लिया है।
उत्तराखंड में बाहर से आने वाले पर्यटकों और चारधाम यात्रियों की कोविड जांच नहीं होगी। लेकिन, सभी श्रद्धालुओं के लिए पर्यटन विभाग के पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य किया गया है। अगले आदेश तक यात्रियों की राज्य की सीमा पर कोरोना की जांच और वैक्सीनेशन प्रमाणपत्र की जांच नहीं होगी।
आपको बता दें कि केदारनाथ धाम के कपाट छह मई को खोले जाएंगे। जबकि, बदरीनाथ धाम के कपाट आठ मई को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। कपाट खोलने काे लेकर सरकार और जिला प्रशासन की ओर से तैयारियां जोरों पर हैं। मंदिरों को सजाया जा रहा है। पुलिस-एसडीआरएफ सहित स्वास्थ्य विभाग की अलर्ट मोड पर काम कर रहा है।
बदरीनाथ-केदारनाथ सहित चारों धामों में रोजाना दर्शन करने की संख्या तय..
उत्तराखंड सरकार ने बदरीनाथ-केदारनाथ सहित चारों धामों में रोजाना दर्शन करने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या तय कर दी है। सचिव धर्मस्व की ओर से जारी आदेश के मुताबिक, यह व्यवस्था यात्रा के शुरुआती 45 दिन के लिए तय की गई हैं।
किस धाम में कितने यात्री रोज दर्शन करेंगे..
धाम का नाम यात्री संख्या
बदरीनाथ 15 हजार
केदारनाथ 12 हजार
गंगोत्री 07 हजार
यमुनोत्री 04 हजार