ऐतिहासिक गौ रथ यात्रा इस दिन से होगी शुरू, ये रहेगा यात्रा मार्ग..
उत्तराखंड: 2020 मार्च की वो यादों आज भी लोग भूले नही जिसके बाद लोग घरों में कैद होने को मजबूर हो गए थे। जहाँ एक तरफ लोगों के सामने जीवन बचाने से लेकर, रोजगार के साथ -साथ खाने पीने का संकट पैदा हो गया था। उसी दौर में जब सड़को पर निराश्रित घूम रही थी और भोजन- पानी के लिए तरस रही गाय और अन्य पशुओ के लिए जगदीश प्रसाद भट्ट जी ने अपने सभी संसाधन लगा डाले और उनकी सेवा सुश्रवा में लग गए।
आज लगातार उसी सेवा को करते हुए अब एक ऐतिहासिक यात्रा का आगाज 21 मार्च से होना तय हुआ है, इसी के मध्यनजर घुघतानी तपोवन में महामंडलेश्वर स्वामी दयाराम दास जी महाराज, अध्यक्ष विरक्त वैष्णव मंडल ,अखिल भारतीय संत समिति के संरक्षक, विश्व हिंदू परिषद के सदस्य तथा महंत रवि प्रपन्नाचार्य अध्यक्ष तुलसी मानस मंदिर, ब्रांड अम्बेस्डर स्वच्छता ऋषिकेश और महंत प्रमोद दास जी महाराज, अखिल भारतीय सन्त समिति कार्यकारिणी के सदस्य आज पहुँचे श्रीराम गौ धाम के संस्थापक एवं गौ भक्त जगदीश प्रसाद भट्ट जी से मिलने उनके निवास स्थान में स्थित कार्यलय में पहुँचे ।
आगामी यात्रा को लेकर सन्त महात्माओ ने उन्हें अपना आशीर्वाद दिया, साथ ही साथ देश भर से समाज के सभी वर्गों से इस ऐतिहासिक यात्रा में जुड़ने का आव्हान भी किया। महामंडलेश्वर स्वामी दयाराम दास जी महाराज ने सभी को गौ माता की महत्ता के बारे में बताया साथ ही साथ लोगो से इस यात्रा में तन, मन और धन से जुड़ने का आवाह्न भी किया।
यह एक शानदार एवं अनोखी यात्रा का शुभारंभ श्रीराम गौ धाम सेवा समिति की और से किया जा रहा है। 2020 लोकडाउन के समय से लगातार अपनी निस्वार्थ गाय सेवा में समर्पित जगदीश प्रसाद भट्ट जी द्वारा यह एक संकल्पित यात्रा है। आज इस अवसर पर लगातार इस यात्रा को सफल बनाने के लिए सन्त महात्माओ के साथ योगी (दिलीप बिष्ट), हर्षमनी उनियाल (पत्रकार) आदि मौजूद रहे।
यात्रा का मार्ग..
शुरुआत 21 मार्च 2023 तपोवन ऋषिकेश से शुरू होकर लाखामंडल रात्रि विश्राम।
22 मार्च उत्तरकाशी जनपद।
23 मार्च बूढाकेदार, चमियाला, बेलेश्वर महादेव क्षेत्र में रात्रि विश्राम।
24 मार्च रुद्रप्रयाग, चमोली रात्रि विश्राम जोशीमठ।
25 मार्च जोशीमठ से होते हुए श्रीनगर कमलेश्वर महादेव प्रांगण में रात्रि विश्राम।
26 मार्च श्रीनगर ,देवप्रयाग, कोटद्वार से होकर रात्रि विश्राम हरिद्वार में।
27 मार्च 2023 को ऋषिकेश में समापन भंडारे के साथ।