दो महीने बाद हुई बारिश ने उत्तराखंड को सूखे से बचाया-किसानों को राहत..
हरिद्वार सहित इन जिलों की हालत खराब..
उत्तराखंड : पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के चलते उत्तराखंड में पहाड़ से लेकर मैदान तक बारिश हो रही है। इससे मौसम का मिजाज बदल गया है और भीषण गर्मी के प्रकोप से राहत मिली है। गर्मी का सीजन शुरू होने के बाद मेघ नहीं बरसे थे। लेकिन बीते बुधवार से लगातार अच्छी बारिश हुई है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि 09 मई से पर्वतीय जिलों में बारिश होगी।
ऐसे में मई माह के पहले हफ्ते ही प्रदेश में सामान्य से 9 फीसदी ज्यादा बारिश हो गई है। इससे प्रदेश में पनप रहे सूखे जैसे हालात से भी राहत मिली है। बारिश के बाद किसानों को राहत मिली है। मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के अनुसार मई माह में 8 मई तक पूरे प्रदेश में 12.8 एमएम सामान्य बारिश होती है। लेकिन इस बार 13.9 एमएम बारिश रिकॉर्ड हो चुकी है। हालांकि प्रदेश के 13 में दो जिले अल्मोड़ा और हरिद्वार में बिल्कुल भी बारिश नहीं हुई है।
वहीं ऊधमसिंह नगर जिले में 11.8 एमएम बारिश हुई है जो सामान्य से 168 फीसदी ज्यादा है। बागेश्वर जिले में 33.0 एमएम बारिश हुई है जो सामान्य से 148 फीसदी अधिक है। इनके साथ ही तीन और जिले ऐसे हैं जहां सामान्य से अधिक वर्षा हुई है। वहीं 6 जिले ऐसे हैं जहां बारिश के दर्शन तो हुए लेकिन सामान्य से कम रही।
12 मई तक पहाड़ों में होगी बारिश: मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के वेदर फोरकास्ट के अनुसार 12 मई तक प्रदेश के पहाड़ क्षेत्रों में हल्की बारिश हो सकती है। अन्य क्षेत्रों में मौसम शुष्क रहेगा। झोंकदार हवाएं भी चल सकती हैं।
20 मई से सक्रिय हो सकता है प्री-मानसून..
जीबी पंत कृषि विश्वविद्यालय पंतनगर के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. आरके सिंह ने बताया कि 20 मई के आसपास प्री-मानसून सक्रिय होने की सम्भावना है। उसके बाद हल्की बारिश होगी। मानसून भी समय से आने का अनुमान है। 18 जून तक मानसून कुमाऊं क्षेत्र में पहुंच सकता है। इस बार वर्षा सामान्य रहने का अनुमान है।