पर्यटकों के लिए 15 नवंबर से खुलेगा टाइगर रिजर्व पार्क..
उत्तराखंड: सफारी के साथ ही हाथी, बाघ, तेंदुआ समेत वन्यजीवों को नजदीक से देखने के शौकीनों के लिए खबर खुश करने वाली है। टाइगर रिजर्व को 15 नवंबर से नए सिरे से पर्यटकों के लिए खोलने को लेकर टाइगर रिजर्व प्रशासन की ओर से तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। आपको बता दें, मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक के निर्देश पर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 15 नवंबर के बजाय पिछले एक अक्तूबर से ही राजाजी टाइगर रिजर्व के चीला और मोतीचूर रेंज को पर्यटकों के लिए खोल दिया गया था। टाइगर रिजर्व के क्रिटिकल हैबिटेट जोन में भी दो सफारी ट्रैक तैयार कर पर्यटकों को सफारी कराना भी शुरू किया गया।
अधिवक्ता गौरव कुमार बंसल की याचिका पर नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी (एनटीसीए) ने टाइगर रिजर्व को 15 नवंबर से पहले खोले जाने को प्रावधानों के विपरीत बताते हुए टाइगर रिजर्व के दोनों गेट तत्काल पर्यटकों के लिए बंद करने के निर्देश दिए। मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक जेएस सुहाग का कहना हैं कि टाइगर रिजर्व को 15 नवंबर से पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा। इसके लिए तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। पर्यटक टाइगर रिजर्व के इतिहास व इसमें रहने वन्यजीवों, पक्षियों के बारे में जागरूक हो सकें, इसके लिए उन्हें एक पुस्तिका भी मुहैया करायी जाएगी।
टाइगर रिजर्व में स्तनधारी जीवों की 49 व पक्षियों की 328 प्रजातियां
राजाजी टाइगर रिजर्व में हाथी, बाघ, तेंदुआ, भालू, हिमालयन काला भालू, बार्किंग हिरण, कांकड़, घुरल, सांभर, जंगली सुअर समेत स्तनधारी जीवों की 49 प्रजातियों के वन्यजीव हैं। इसके अलावा किंगफिशर, कठफोड़वा, फायर टेल्ड सनबर्ड ग्रेट पाइड हार्नबिल, मटर मुर्गी, गिद्ध , तीतर, बारबेट, समेत पक्षियों की 328 प्रजातियां हैं।
1075 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में फैला राजाजी टाइगर रिजर्व अपनी जैव विविधता के लिए जाना जाता है। वन्यजीवों और पक्षियों के साथ ही राजाजी टाइगर रिजर्व में किंग कोबरा, अजगर, मगरमच्छ समेत सरीसृप की 20 प्रजातियों के जीव भी हैं। राजाजी टाइगर रिजर्व में वन्यजीवों, पक्षियों, सरीसृपों के अलावा 60 प्रकार की जड़ी बूटियां और पेड़ में 118 प्रजातियां पाई जाती हैं। साल 1983 में राजाजी टाइगर रिजर्व को राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा दिया गया। महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और स्वतंत्र भारत के दूसरे गवर्नर जनरल सी राजगोपालाचारी के नाम इसका नाम राजाजी टाइगर रिजर्व रखा गया।