भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने की पार्टी विधायकों एवं सांसदों से 1 माह का वेतन देने की अपील..
उत्तराखंड: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने जोशीमठ आपदा को लेकर सीएम राहत कोष में अपनी 1 माह की पेंशन राशि देने की घोषणा के साथ, पार्टी के विधायकों एवं सांसदों से भी 1-1 माह का वेतन देने की अपील की है। उन्होंने कांग्रेस के नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग सरकार पर लापरवाही का आरोप लगा रहे है, उनके विधायकों ने एक साल में कितनी बार विधानसभा में इस समस्या को उठाया। अब जब सरकार शुरुआती राहत राशि के बाद बाजार भाव से मदद की बात कह रही है तो यही लोग जनता को गुमराह करने व भड़काने में लगे है।
पार्टी की तरफ से व्यक्तिगत तौर पर आज महेंद्र भट्ट ने जोशीमठ आपदा पीड़ितों के लिए मदद का हाथ बढ़ाने की शुरुआत की है। उन्होंने अपने एक माह की विधायक पेंशन धनराशि मुख्यमंत्री राहत कोष में देने की घोषणा की है जिसका प्रयोग आपदा प्रभावित परिवारों की सहायता के लिए किया जाएगा। इसके अतिरिक्त उन्होंने प्रदेश में पार्टी के सभी विधायकों एवं सांसदों से भी अपना 1-1 माह का वेतन राहत कोष में देकर जोशीमठ के लोगों के साथ संकट में खड़ा होने का आग्रह किया है। उन्होंने सभी राजनैतिक, सामाजिक एवं धार्मिक संगठनों से भी प्रभावित परिवारों की मदद के लिए आगे आने का आह्वान किया है।
श्री भट्ट ने कांग्रेस नेताओं पर इस संवेदनशील विषय पर भी राजनीति करने व गलत तथ्य रखकर प्रभावित लोगों को भड़काने के आरोप लगाया है । उन्होंने कहा, विपक्ष के लोग भ्रम फैला रहे है कि एक साल से यह समस्या सामने थी लेकिन सरकार ने कुछ नही किया। जबकि हकीकत यह है कि इस समस्या की भयावह तस्वीर इस साल की शुरुआत में सामने आई है और उससे पूर्व भी प्रशासन समस्या का तात्कालिक समाधान पर कार्य कर रहा था। उन्होंने सवाल किया कि आज होहल्ला मचा रहे कांग्रेस विधायकों को यदि पहले से ही आपदा के परिणामो का आभास था तो उन्होंने वर्तमान विधानसभा के अब तक हुए दो सत्रों में कितनी बार यह मुद्दा सदन में उठाया। उन्होंने कहा अचानक अप्रत्याशित रफ्तार से भूधसांव होने की जानकारी के बाद से ही सरकार युद्ध स्तर पर राहत पहुंचाने में जुटी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं घोषणा कर चुके हैं कि शुरुआती राहत राशि के बाद बाजार भाव से सभी प्रभावितों को मदद दी जाएगी लेकिन कांग्रेस के तमाम नेता भ्रम फैलाकर एवं गलत जानकारी देकर जनता को गुमराह करने का काम कर रहे हैं।