उत्तराखंड के चार धाम : भारी बर्फबारी पर यात्रा जारी, रास्तों से हटाई जा रही बर्फ तो CM धामी ले रहे पल-पल अपडेट
देहरादून: केदारनाथ समेत बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में मौसम करवट ले चुका है और कई जगह बर्फ गिरने के बावजूद श्रद्धालु चार धाम के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. उत्तराखंड के देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड ने बताया कि बर्फबारी के बावजूद चार धाम यात्रा उत्साह के साथ जारी है. इस साल देर से 18 सितंबर से शुरू हो सकी चार धाम यात्रा में करीब सवा दो लाख श्रद्धालुओं के अब तक पहुंचने की खबरें आ चुकी हैं, जिनमें से सबसे ज़्यादा लोग केदारनाथ धाम पहुंचे हैं. केदारनाथ धाम के पास बर्फबारी से प्रभावित रास्तों को खुलवाने की कवायद भी चल रही है. वहीं, बद्रीनाथ के पहुंच मार्ग को भी सुचारू किए जाने की कोशिशें जारी हैं.
उत्तराखंड में तीर्थों के संबंध में व्यवस्थाएं देखने वाले देवस्थानम बोर्ड ने बर्फबारी के बावजूद सोमवार को चार धाम यात्रा के जारी रहने की सूचना देते हुए बताया कि केदारनाथ धाम के रास्तों पर जमी बर्फ को हटवाया जा रहा है. इस बारे में एएनआई ने ट्वीट किए और इससे पहले एक पोस्ट में रुद्रप्रयाग ज़िले में स्थित केदारनाथ में बर्फबारी से तापमान कम हो जाने की बात भी कही गई.
बर्फबारी से कैसे पड़ा असर?
सिर्फ केदारनाथ ही नहीं, बल्कि गंगोत्री और यमुनोत्री में भी बर्फ गिरने की खबरें हैं. खबरों की मानें तो केदारनाथ में पिछले दो-तीन दिनों में इतनी बर्फ हेलीपैड पर बिछी रही कि हेलीकॉप्टर सेवाएं भी प्रभावित रहीं. असर यह भी हुआ कि उत्तराखंड सरकार ने एक बार फिर तीर्थ यात्रियों से ज़रूरत पड़ने पर यात्रा टाल देने और सुरक्षित रहने की अपील की. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रुद्रप्रयाग और पौड़ी ज़िलों से लगातार हालात के अपडेट भी मांगे.
गौरतलब है कि बीते 17 अक्टूबर से उत्तराखंड राज्य में, खासकर पहाड़ी क्षेत्रों में अतिवृष्टि हुई थी, जिसके नतीजे में कई जगह जानो-माल का भारी नुकसान हुआ था. इसका असर अब तक देखा जा रहा है और कई रास्तों के बंद और प्रभावित होने की खबरें हैं, तो अब तक मरने वालों का आंकड़ा 75 के पार जा चुका है. वहीं एक दर्जन से ज़्यादा लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं. यह भी गौरतलब है कि बर्फबारी के चलते ही 10 से ज़्यादा ट्रेकरों की मौत की खबरें आ चुकी हैं.