सीडीओ की अध्यक्षता में जिला उद्योग मित्र एवं उप समिति की बैठक..
रुद्रप्रयाग। उद्योग बंधुओं की समस्याओं के निराकरण एवं उनके द्वारा स्थापित किए जाने वाले औद्योगिक इकाइयों के लिए ऋण उपलब्ध कराए जाने को लेकर मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार की अध्यक्षता में जिला कार्यालय सभागार में जिला उद्योग मित्र एवं उप समिति की बैठक आयोजित की गई।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ने महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र को निर्देश दिए कि उद्योग बंधुओं द्वारा अपनी औद्योगिक इकाइयों को स्थापित करने के लिए ऋण उपलब्ध कराए जाने को लेकर जो भी आवेदन किए जाते हैं, उन आवेदनों को शीर्ष प्राथमिकता से नियमानुसार स्वीकृत कराने की कार्यवाही की जाए। इसमें किसी भी प्रकार की कोई लापरवाही न बरती जाए। उन्होंने यह भी कहा कि उद्योग बंधुओं की ओर से संचालित की जा रही औद्योगिक इकाइयों के संचालन में किसी प्रकार की कोई असुविधाएं हैं, तो उनका तत्काल निराकरण किया जाए। ताकि उद्योग बंधुओं को अपने औद्योगिक इकाइयों के संचालन में किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो इसके लिए सभी अधिकारी आपसी समन्वय के साथ कार्य करते हुए समस्याओं का निराकरण तत्परता से करें।
बैठक में महाप्रबंधक उद्योग एचसी हटवाल ने बताया कि वर्तमान में विद्युत विभाग में जनपद की किसी भी औद्योगिक इकाई का विद्युत संयोजन प्रकरण लंबित नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि ब्याज उपादान में उद्यमी के लिए 10 प्रतिशत अधिकतम 8 लाख प्रति इकाई प्रतिवर्ष दिए जाने का प्राविधान है तथा जनपद में पांच इकाइयों के ब्याज उपादान का प्रकरण बैंकों से प्राप्त हुई है, जिसे समिति द्वारा स्वीकृत किया गया है। उन्होंने बताया कि एकल खिड़की सुगमता और अनुज्ञापन नियमावली 2015 के अंतर्गत वर्तमान में कोई भी आवेदन पत्र विभाग में लंबित नहीं है। बैठक में लीड बैंक अधिकारी विवेक कुमार, वरिष्ठ कोषाधिकारी आशीष खुदलानी, डाॅ. आशुतोष कुमार, मुख्य कृषि अधिकारी दीपक पुरोहित, जिला उद्यान अधिकारी योगेंद्र सिंह चैधरी, परियोजना अधिकारी उरेड़ा राहुल पंत, जिला समाज कल्याण अधिकारी सुनीता अरोड़ा, जिला पर्यटन अधिकारी सुशील नौटियाल, जिला सहायक निबंधक सहकारिता रणजीत सिंह राणा, वरिष्ठ प्रबंधक दुग्ध श्रवण कुमार शर्मा, पीएनबी, एसबीआई, उत्तराखंड ग्रामीण बैंक, काॅ-आपरेटिव बैंक के प्रबंधक एवं प्रतिनिधियों सहित संबंधित अधिकारी एवं उद्योग बंधु मौजूद रहे।