स्वरोजगार करने वाली महिलाओं को मिला तोहफा..
मुख्यमंत्री नारी सशक्तीकरण योजना..
उत्तराखंड: महिलाओं में स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश में मुख्यमंत्री नारी सशक्तीकरण योजना शुरू की जाएगी। रविवार को सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यसमिति के उद्घाटन कार्यक्रम में इस योजना की घोषणा की।
मुख्यमंत्री धामी का कहना हैं कि आज हमारे प्रदेश की महिलाएं स्वरोजगार को लेकर तमाम तरह के काम कर रही हैं। महिलाओं में स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री नारी सशक्तीकरण योजना की घोषणा की। आपको बात दे कि इस योजना के तहत चालू वित्तीय वर्ष में 15 हजार से अधिक महिलाओं को एक लाख रुपये की सब्सिडी दी जाएगी।
उनका कहना हैं कि यह योजना ग्राम्य विकास विभाग के अंतर्गत संचालित होगी। योजना के तहत प्रोजेक्ट पास करने की जिम्मेदारी शहरी क्षेत्रों में जीएम जिला उद्योग केंद्र की अध्यक्षता में गठित समिति की होगी, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में बीडीओ की अध्यक्षता में गठित समिति की होगी। समिति ही प्रोजेक्ट को पास करेगी। जिसके बाद संबंधित महिला के लिए ऋण लेने की राह तो आसान होगी ही, साथ ही एक लाख रुपये की सब्सिडी मिलने से राहत भी मिलेगी।
30 प्रतिशत या एक लाख की सब्सिडी..
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना हैं कि उनकी सरकार महिलाओं को स्वावलंबी बनाने की दिशा में काम कर रही है। मुख्यमंत्री नारी सशक्तीकरण योजना के तहत स्वरोजगार करने वालीं महिलाओं को लोन मिलने में आसानी हो जाएगी।
इस योजना के तहत उन्हें प्रोजेक्ट कोस्ट की 30 प्रतिशत या एक लाख रुपये सब्सिडी मिलेगी। मुख्यमंत्री नारी सशक्तीकरण योजना का लाभ सभी महिलाएं उठा सकती हैं।
महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए राष्ट्रीय आजीविका मिशन के साथ ही अन्य योजनाओं से भी उन्हें जोड़ा गया है। स्वयं सहायता समूहों को पांच लाख रुपये तक बिना ब्याज का ऋण उपलब्ध कराने के साथ ही उनके उत्पादों के विपणन की व्यवस्था की गई है। प्रसाद योजना भी उनके आर्थिक स्वावलंबन का आधार बनी है। इसके लिए 119 करोड़ के पैकेज की व्यवस्था भी की गई है।