राइंका रतूड़ा के छात्रों ने किया ग्रीष्मकालीन राजधानी का शैक्षिक भ्रमण..
दल ने किया भराड़ीसैंण का ऐतिहासिक, राजनीतिक व भौगोलिक अध्ययन..
रुद्रप्रयाग। राजकीय इंटर कॉलेज रतूड़ा का शैक्षिक भ्रमण दल उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी भराड़ीसैंण का अवलोकन कर लौट आया। समग्र शिक्षा अभियान के तहत कक्षा 9 और 11वीं के 97 छात्र-छात्राओं व शिक्षकों का शैक्षिक भ्रमण दल ने ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के भराड़ीसैंण का ऐतिहासिक, राजनीतिक व भौगोलिक स्थिति का बारीकी से अध्ययन कर जानकारियां जुटाई।
विधानसभा में जाना भ्रमण दल के सभी सदस्यों के लिए एक ऐतिहासिक क्षण था। जिस विषय को शिक्षक छात्र कक्षा-कक्ष में अध्यापन अध्ययन करते हैं, उसे उन्होंने विधानसभा में जाकर भौतिक रूप से अवलोकन और अध्ययन किया। इस दौरान विधानसभा के संयुक्त सचिव चंद्रमोहन गोस्वामी ने छात्र-छात्राओं को दर्शक दीर्घा में ले जाकर विधानसभा अध्यक्ष, सत्ता पक्ष, विपक्ष, विधानसभा सचिव, अधिकारीगण, दर्शक दीर्घा व मीडिया के लोगों के बैठने का क्रम छात्र-छात्राओं को बताया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लिए जो भी नीति बनती है, वह इसी स्थान पर निर्धारित होती है।
सत्ता पक्ष और विपक्ष इसी स्थान पर बैठकर विभिन्न विषयों पर बहस करते हैं और उसके बाद नीति का निर्माण करते हैं। सरकार की नीतियों से सहमत न होने पर विपक्ष के लोग अपना विरोध दर्ज करते हैं। इसके पश्चात उन्होंने छात्र-छात्राओं को सदन में सत्ता पक्ष व विपक्ष के विधायकों की सीटों पर बैठाया। नेता सदन की भूमिका शुभम बुटोला व नेता विपक्ष की भूमिका सृष्टि, विधानसभा अध्यक्ष की भूमिका मानसी रौथान ने निभाई। इस दौरान बजट और महिला सुरक्षा के मामले पर सदन में चर्चा हुई।
यह भ्रमण दल के सभी सदस्यों के लिए एक अद्भुत एवं ऐतिहासिक क्षण रहा। आर्किटेक्चर के हिसाब से विधानसभा का भवन बहुत सुंदर ढंग से बना है। उसका अवलोकन भी भ्रमण दल के सदस्यों ने किया। उसके बाद भ्रमण दल ने राज्य के प्रमुख 52 गढ़ों में से एक चांदपुर गढ़ी का भी भ्रमण कर वहां की ऐतिहासिक हस्तलिपि कला चित्र के अवशेष कुआं ओखली सीढ़ियां किले की संरचना स्नानागार पूजा घर और सभा मंडपों का अध्ययन किया। भ्रमण दल के साथ विद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक शीशपाल पंवार, डीपी पांडे, एमएस बिष्ट, विनीता पंवार, बीरबल कोठियाल, सुमित्रा चौहान, अर्पिता शिवानी मनीषा, मानसी, सौरव मयंक आदि उपस्थित थे।