कुत्ते की मौत पर निकाली ऐसी अंतिम यात्रा..
जिसने भी देखा आंख भर आई..
देश – दुनिया : 17 साल बाद अंजलि की जब मौत हुई तो परिवार फूट-फूटकर रोया। उसे अंतिम विदाई देने के लिए परिवार वालों ने अनोखा आयोजन किया। ढोल-नगाड़े बजाए गए और अंजलि की अनोखी शव यात्रा निकाली गई।
जानवरों से अगर दोस्ती कर ली जाए तो, वह दुनिया का सबसे अच्छा दोस्त बन जाता है। कुत्तों और इंसानों ने इस बात को समय-समय पर साबित भी किया है। कुत्ते की मालिक के प्रति वफादारी और मालिक का उसके प्रति प्रेम कोई नया नहीं है, लेकिन कुछ मामले ऐसे होते हैं जो मिशाल बन जाते हैं।
ऐसा ही एक मामला ओडिशा के परलाखेमुंडी से सामने आया है। यहां रहने वाले एक परिवार ने अपने पालतू कत्ते की मौत पर जब उसकी अंतिम यात्रा निकाली तो हर किसी की आंखे भर आईं।
17 साल तक साथ रहा पालतू कुत्ता..
जानकारी के मुताबिक, परलाखेमुंडी के रहने वाले परिवार ने 17 साल पहले ‘अंजलि’ नाम के एक कुत्ते को पाला था। इस परिवार और अंजिल के बीच ऐसी दोस्ती हुई कि वह परिवार का एक सदस्य बन गया। हर छोटे से छोटे फैसले में अंजलि को भी शामिल किया जाता। हर छोटी से बड़ी चीज में उसका ध्यान रखा जाता।
मौत पर फूट-फूटकर रोया परिवार..
17 साल बाद अंजलि की जब मौत हुई तो परिवार फूट-फूटकर रोया। उसे अंतिम विदाई देने के लिए परिवार वालों ने अनोखा आयोजन किया। ढोल-नगाड़े बजाए गए और अंजलि की अनोखी शव यात्रा निकाली गई। कुत्ते का मालिक टुन्नू गौड़ा ने खुद अपने हाथों में उसका शव लेकर शमशान घाट तक गए और हिंदू रीति-रिवाजों से उसका अंतिम संस्कार किया।