ओमिक्रॉन- बूस्टर डोज लेने के बाद 75 फीसदी लोगों में एंटीबॉडी तैयार..
ब्रिटेन में वर्क फ्रॉम होम लागू..
देश-विदेश: ओमिक्रॉन का खतरा भारत सहित कई देशों में बढ़ता जा रहा है। यूनाइटेड किंगडम के वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि कोविड वैक्सीन की दो खुराक ओमिक्रॉन वायरस से बचाने के लिए लिए पर्याप्त नहीं है। ओमिक्रॉन से बचने के लिए बूस्टर डोज लगवाना अनिवार्य है। वैज्ञानिकों का कहना हैं कि ओमिक्रॉन और डेल्टा मामलों के शुरुआती परीक्षण से पता चला कि टीके नए संस्करण को रोकने में कम प्रभावी पाए गए, लेकिन बूस्टर डोज लगने के बाद 75% लोगों में ओमिक्रॉन का वैरिएंट नहीं पाया गया।
आपको बता दे कि ब्रिटेन में लेवलिंग अप सेक्रेटरी माइकल गोव की अध्यक्षता में विकसित देशों के मंत्रियों के साथ हुई बैठक में बताया गया हैं कि यूके इस समय गंभीर स्थिति का सामना कर रहा है। सरकार की आपातकालीन समिति कोबरा की बैठक के बाद माइकल गोव ने चेतावनी दी कि ओमिक्रॉन वैरिएंट को रोकने के लिए तीसरी खुराक बहुत जरूरी है।
ब्रिटेन सरकार ने ओमिक्रॉन वैरिएंट के तेजी से बढ़ते मामलों को देखते हुए सख्त कोविड-19 प्रतिबंधों को लागू कर दिया है। नए प्रतिबंधों के तहत लोगों को वर्क फ्रॉम होम, सार्वजनिक जगहों पर मास्क लगाने और वैक्सीन सर्टिफिकेट इस्तेमाल करने का आदेश दिया गया है। साथ ही कोरोना के नए वैरिएंट की रोकथाम के लिए इंग्लैंड से आने वाले पर्यटकों की संख्या को सीमित करने पर भी विचार कर रही है। बता दे कि ब्रिटेन में अब तक, करीब 22 मिलियन लोगों को बूस्टर खुराक दी जा चुकी है।