राशन कार्ड सत्यापन अभियान में अपात्र कार्डों की पहचान, 210 कार्ड मिले नियमविहीन, कानूनी कार्रवाई तय..
उत्तराखंड: उधम सिंह नगर जिले में राशन कार्डों के सत्यापन अभियान को फिर से सक्रिय कर दिया गया है। जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया के निर्देश पर नगर निगम काशीपुर और पूर्ति विभाग की टीम ने घर-घर जाकर प्रत्येक कार्डधारक का व्यवस्थित सत्यापन शुरू कर दिया है। पिछले तीन दिनों से अभियान के दौरान राशन कार्डों की गहन जांच जारी है। जांच में अधिकांश कार्डधारक पात्र पाए गए, जबकि कुछ अपात्र कार्डधारक भी चिन्हित किए गए हैं। इन अपात्र कार्डधारकों को आवश्यक कार्रवाई के लिए सत्यापन सूची में शामिल किया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि यह अभियान स्पष्ट संकेत है कि सरकार केवल योग्य लाभार्थियों तक राशन की सही और समय पर पहुंच सुनिश्चित करने में गंभीर है। उनका उद्देश्य यह है कि किसी भी पात्र व्यक्ति को राशन वितरण से वंचित न रखा जाए और अपात्र लाभार्थियों की पहचान कर उन्हें सिस्टम से हटाया जाए। अभियान में नगर निगम और पूर्ति विभाग की टीम मिलकर काम कर रही है, ताकि सत्यापन पूरी पारदर्शिता और सही तरीके से हो सके। अधिकारियों का कहना है कि अभियान का असर सीधे लाभार्थियों की भलाई और सरकारी योजनाओं की प्रभावशीलता पर पड़ेगा।
खाद्य पूर्ति अधिकारी आशुतोष भट्ट का कहना हैं कि इस कार्य के लिए पांच टीमों का गठन किया गया है। पिछले तीन दिनों में अभियान के दौरान कुल 298 एसएफओवाई कार्ड, 441 सफेद राशन कार्ड और 24 अंत्योदय कार्डों की जांच की गई। जांच के दौरान 19 पीले राशन कार्ड, 180 सफेद राशन कार्ड और 11 अंत्योदय कार्ड अपात्र पाए गए हैं। खाद्य अधिकारी ने कहा कि अपात्र कार्डधारकों की सूची नगर निगम और राशन दुकानों पर चस्पा की जाएगी। इसके साथ ही कार्डधारकों को नोटिस जारी किया जाएगा और अपने पक्ष में 15 दिन का समय दिया जाएगा। 15 दिनों की अवधि समाप्त होने के बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा और अपात्र पाए गए कार्डधारकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यदि कोई पात्र होते हुए भी राशन का दुरुपयोग कर रहा है, तो उसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे और अवैध रूप से लिए गए राशन की रिकवरी की जाएगी। खाद्य अधिकारी ने स्पष्ट किया कि यह सत्यापन अभियान पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ चलाया जा रहा है। इसका उद्देश्य है कि किसी भी प्रकार का अन्याय न हो और नियमों का उल्लंघन करने वालों पर तत्काल कार्रवाई की जाए। जिलाधिकारी और विभाग के अधिकारी मिलकर यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि केवल सही लाभार्थियों तक राशन पहुंचे और सिस्टम में कोई भी अनियमितता बर्दाश्त न की जाए।
खाद्य पूर्ति निरीक्षक अशुतोष भट्ट ने कहा कि कई कार्डधारक सत्यापन से बचने की कोशिश कर रहे हैं और अपने कार्ड प्रस्तुत करने में असमर्थता जता रहे हैं। ऐसे लोगों का राशन वितरण तत्काल रोक दिया जाएगा, जब तक कि वे पूरी तरह से सत्यापन प्रक्रिया पूरी नहीं कर लेते। भट्ट ने स्पष्ट किया कि इस कड़े कदम का उद्देश्य केवल सही और योग्य लाभार्थियों को ही राशन का लाभ पहुँचाना है और किसी भी तरह की गड़बड़ी को रोकना है। अभियान के दौरान अपात्र कार्डधारकों की पहचान कर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। जिलाधिकारी और विभाग की टीम घर-घर जाकर राशन कार्डधारकों का सत्यापन कर रही है। इस प्रक्रिया के माध्यम से यह संदेश दिया गया है कि शासन की प्राथमिकता गरीब और जरूरतमंद जनता तक राशन की सही और समय पर पहुंच सुनिश्चित करना है। अशुतोष भट्ट ने कहा कि सत्यापन अभियान पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ चलाया जा रहा है। किसी भी प्रकार की अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी और नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस अभियान से यह स्पष्ट हो गया है कि राज्य सरकार राशन वितरण प्रणाली को सक्षम, पारदर्शी और सभी के लिए न्यायसंगत बनाने के लिए गंभीर कदम उठा रही है।