चारधाम यात्रा के अंतिम चरण में श्रद्धालुओं का उत्साह चरम पर, ऑफलाइन पंजीकरण में तीन गुना वृद्धि..
उत्तराखंड: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा अब अपने अंतिम चरण में है और इस दौरान यात्रियों की संख्या में भारी वृद्धि देखी जा रही है। अधिकारियों के अनुसार, ऑफलाइन पंजीकरण करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में तीन गुना बढ़ोतरी हुई है। प्रतिदिन पांच प्रमुख पंजीकरण केंद्रों पर 3500 से अधिक श्रद्धालु अपना पंजीकरण करवा रहे हैं। राज्य प्रशासन की जानकारी के अनुसार चारधाम यात्रा में अब तक कुल 58 लाख से अधिक पंजीकरण किए जा चुके हैं, जिनमें से 47.39 लाख श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। यह आंकड़ा दर्शाता है कि इस साल चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या पिछले वर्षों की तुलना में अधिक रही है।
इसके साथ ही बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के साथ ही हेमकुंड साहिब के कपाट बंद होने की तिथि भी घोषित कर दी गई है। यात्रा के अंतिम चरण में होने के कारण धामों में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ रही है, जिससे व्यवस्थाओं को और सुदृढ़ बनाने की आवश्यकता बढ़ गई है। यात्रा के आयोजकों ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे निर्धारित समय और पंजीकरण प्रक्रिया का पालन करें और यात्रा के दौरान सभी सुरक्षा और स्वास्थ्य नियमों का पालन करें। अधिकारियों का कहना है कि अंतिम चरण में व्यवस्थाओं को और मजबूत किया जा रहा है, ताकि श्रद्धालु आरामदायक और सुरक्षित तरीके से अपने धामों के दर्शन कर सकें। चारधाम यात्रा के इस अंतिम चरण में पंजीकरण और दर्शन की संख्या में यह बढ़ोतरी, धामों में सुरक्षा, परिवहन और स्वास्थ्य सेवाओं की तत्परता का संकेत भी देती है।
पर्यटन सचिव धीराज गर्ब्याल के अनुसार ऑफलाइन पंजीकरण करने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या लगातार बढ़ रही है और प्रक्रिया सुचारु रूप से चल रही है। जानकारी के अनुसार 25 सितंबर को हरिद्वार, ऋषिकेश गुरुद्वारा, नया गांव, हरबर्टपुर और ऋषिकेश ट्रांजिट कैंप में प्रतिदिन लगभग 1,000 तीर्थयात्रियों का ऑफलाइन पंजीकरण होता था। यह संख्या अब बढ़कर 8 अक्टूबर को 3,500 से अधिक हो गई है। इसका सीधा प्रभाव धामों में श्रद्धालुओं की भीड़ पर पड़ा है और दर्शन के लिए लंबी कतारें देखने को मिल रही हैं।
धीराज गर्ब्याल ने कहा कि यात्रा के दौरान ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों पंजीकरण केंद्रों पर व्यवस्थाएं पूरी तरह सक्रिय हैं। अधिकारियों ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे निर्धारित समय और पंजीकरण प्रक्रिया का पालन करें, ताकि यात्रा सुचारु और सुरक्षित रूप से संपन्न हो सके। इस साल के पंजीकरण आंकड़े पिछले वर्षों की तुलना में अधिक हैं। यात्रियों की संख्या बढ़ने से प्रशासन ने धार्मिक स्थलों में सुरक्षा, परिवहन और स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को और सुदृढ़ कर दिया है। चारधाम यात्रा के इस अंतिम चरण में ऑफलाइन पंजीकरण में तीन गुना वृद्धि दर्शाती है कि तीर्थयात्रियों में यात्रा करने की उत्सुकता अधिक है और अधिकारियों की तत्परता इसे सुरक्षित एवं सुव्यवस्थित बनाने में अहम भूमिका निभा रही है।