ऊर्जा आत्मनिर्भरता की ओर उत्तराखंड, UPCL ने 2027 का लक्ष्य समय से पहले पूरा किया..
उत्तराखंड: उत्तराखंड पावर कारपोरेशन लिमिटेड (यूपीसीएल) ने अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। कारपोरेशन ने जिस लक्ष्य को पूरा करने के लिए मार्च 2027 की समय सीमा तय की गई थी, उसे तीन साल पहले ही पूरा कर दिया है। यूपीसीएल को राज्यभर में 40 हजार सोलर रूफटॉप संयंत्र लगाने का लक्ष्य दिया गया था, जिसे अगस्त 2025 में ही पूरा कर लिया गया। इतना ही नहीं कारपोरेशन ने इस लक्ष्य से आगे बढ़ते हुए अब तक 42 हजार से अधिक सोलर रूफटॉप संयंत्र स्थापित किए हैं। इन संयंत्रों की कुल क्षमता लगभग 156 मेगावाट आंकी गई है। अधिकारियों का कहना है कि यह उपलब्धि न केवल उत्तराखंड बल्कि पूरे देश के लिए ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ी छलांग है। सोलर रूफटॉप परियोजनाओं से न सिर्फ राज्य की बिजली आवश्यकता पूरी होगी, बल्कि उपभोक्ताओं के बिजली बिलों में भी बड़ी राहत मिलेगी। विशेषज्ञों का मानना है कि इस पहल से उत्तराखंड जल्द ही ग्रीन एनर्जी हब के रूप में अपनी पहचान मजबूत करेगा। वहीं सरकार का भी लक्ष्य है कि आने वाले वर्षों में अक्षय ऊर्जा की हिस्सेदारी को और अधिक बढ़ाया जाए। यूपीसीएल की इस सफलता ने प्रदेश को अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में अग्रणी राज्यों की सूची में खड़ा कर दिया है।
इतना ही नहीं कारपोरेशन ने इस लक्ष्य से आगे बढ़ते हुए प्रदेशभर में अब तक 42 हजार से अधिक सोलर रूफटॉप संयंत्र स्थापित किए हैं, जिनकी कुल क्षमता लगभग 156 मेगावाट है। इस ऐतिहासिक उपलब्धि के बाद उत्तराखंड अब हरित ऊर्जा उत्पादन और ऊर्जा आत्मनिर्भरता के क्षेत्र में देश के अग्रणी राज्यों की पंक्ति में शामिल हो गया है। अधिकारियों के अनुसार इस उपलब्धि से न सिर्फ राज्य को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने में मदद मिलेगी, बल्कि उपभोक्ताओं को भी बिजली बिल में बड़ी राहत मिलेगी। इस अभियान के नोडल अधिकारी मुख्य अभियंता आशीष अरोड़ा रहे। वहीं, यूपीसीएल के प्रबंध निदेशक अनिल कुमार ने कहा कि यह सफलता सीएम पुष्कर सिंह धामी के प्रेरणादायी नेतृत्व और प्रमुख सचिव (ऊर्जा) के सतत मार्गदर्शन का परिणाम है। विशेषज्ञों का मानना है कि उत्तराखंड की यह उपलब्धि आने वाले समय में राज्य को ग्रीन एनर्जी हब के रूप में स्थापित करने में अहम भूमिका निभाएगी।
इस बड़ी उपलब्धि पर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने यूपीसीएल और प्रदेशवासियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विज़न के अंतर्गत निर्धारित लक्ष्य को डेढ़ साल पहले हासिल करना उत्तराखंड के लिए गर्व की बात है। धामी ने कहा कि यह उपलब्धि साबित करती है कि उत्तराखंड स्वच्छ ऊर्जा, आत्मनिर्भरता और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में लगातार अग्रणी बन रहा है। सीएम ने इसे टीमवर्क और जनसहयोग का नतीजा बताते हुए कहा कि आने वाले वर्षों में राज्य को ग्रीन एनर्जी हब बनाने की दिशा में और तेज़ी से काम किया जाएगा। इस उपलब्धि के बाद उत्तराखंड अब अक्षय ऊर्जा उत्पादन और हरित विकास के क्षेत्र में देश के अग्रणी राज्यों की सूची में शुमार हो गया है।