देश भर में आई फ्लू के कई माामले सामने आ रहे हैं लाखों लोग इस बीमारी की चपेट में आ चुके हैं आई फ्लू के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है जानिये इस बीमारी से कैसे करें अपने आखों की देखभाल –
क्या कंजक्टिवाइटिस है-
आई फ्लू यानी कंजक्टिवाइटिस यह एक वायरल इंफेक्शन है जिसकी वजह से आंखें लाल होने के साथ ही इसमें सूजन आने लगती है। तेज रोशनी में आखों में अधिक दर्द होने लगता है। कई बार लोगों को आई फ्लू की वजह से धुंधला भी दिखने लगता है।
क्या आई फ्लू से अंधापन आ सकता है-
आंख विशेषज्ञों के अनुसार आई फ्लू की वजह से नजर कमजोर होने या अंधेपन का कोई खतरा नहीं होता है यह एक सप्ताह के भीतर अपने आप ठीक हो जाता है कुछ लोगों को कंजक्टिवाइटिस की वजह से धुंधला नजर आ सकता है लेकिन यह परेशानी भी कुछ दिनों में अपने आप ठीक हो जाती है। किसी भी उम्र के लोगों की आंखें आई फ्लू की वजह से खराब नहीं हो सकती हैं इससे घबराने की जरूरत नहीं है, हालांकि आंखों में अगर किसी अन्य तरह की परेशानी होती है तो उसे आई फ्लू समझने की गलती न करें और डॉक्टर से मिलकर इलाज कराएं।
ये हो सकते हैं आई फ्लू के लक्षण
आखों में खुजली जलन होना,कम दिखना व नम आंखें होना।
आंखों में लालपन आना।
प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता, सूजी हुई पलकें।
पलकों का पपड़ीदार होना और देखने में परेशानी होना।
कैसे करें आई फ्लू से बचाव-
नेत्र रोग विशेषज्ञों के अनुसार आपको अपनी आंखों में फ्लू के लक्षण दिखाई दें तो देरी न करें तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। खुद से ही किसी भी दवाई या आई ड्रॉप का इस्तेमाल न करेंए इससे जोखिम बढ़ सकता है। कंजक्टिवाइटिस से बचने के लिए संक्रमित व्यक्तियों से दूरी बनानी चाहिए अगर आप संक्रमित व्यक्ति से हाथ मिलाएं तो उसके बाद साबुन से हाथ जरूर धोएं और आंखों को न छुएं। आई फ्लू से बचने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप दिन में कई बार साबुन से हाथ धोते रहें और अपनी आंखों को बिल्कुल न छुएं अगर आई फ्लू की चपेट में आ जाएं तो कुछ दिनों तक घर पर रहकर आराम करें।
उत्तराखंड- राज्य में आई फ्लू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं जिसके मध्येनजर सरकार ने गाइडलाइन जारी की है। स्वास्थ्य सचिव डॉ0 आर राजेश कुमार ने सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश जारी किए हैं। प्रदेश के समस्त जिला अस्तपालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के साथ ही प्राइवेट अस्पतालों में रोजाना आई फ्लू के मरीज पहुंच रहे हैं। आई फ्लू के मरीजों की संख्या में इजाफा होते देख अस्पताल प्रबंधन भी लगातार लोगों से आइसोलेट होने को कह रहा है।
स्वास्थ्य सचिव की ओर से जारी निर्देशों में स्पष्ट किया गया है कि अगर आपको अपनी आंखों में फ्लू के लक्षण दिखाई दें तो देरी न करें तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। खुद से ही किसी भी दवाई या आई ड्रॉप का इस्तेमाल न करें, इससे जोखिम बढ़ सकता है।