उत्तराखण्ड के इन चार हस्तियों को मिला पद्म पुरस्कार.
उत्तराखण्डः गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर सरकार ने पदम पुरस्कारों का एलान किया जिसमें चार नाम उत्तराखण्ड के भी हैं। आपको बता दें कि पदम पुरस्कार पाने वाले चार उत्तराखण्डियों में शहीद सीडीएस जनरल बिपिन रावत, डा0 माधुरी बर्थवाल, बसंती देवी एवं बंदना कटारिया का नाम शामिल है।
जानिए इन महान हस्तियों के बारे में
डा0 विपिन रावत-
उत्तराखंड पौड़ी गढ़वाल निवासी शहीद सीडीएम जनरल बिपिन रावत को सिविल सेवा में मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया है। शहीद जनरल बिपिन रावत देश के पहले चीफ ऑफ डिफेन्स स्टाफ थे। सीडीएस बिपिन रावत ने भारतीय सेना के शौर्य को नई बुलंदियों पर पहुंचाया। हाल में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जनरल बिपिन रावत उनकी पत्नी समेत अन्य सेना के अधिकारियों की मृत्यु हो गई थी।
डा0 माधुरी बर्थवाल
मूल रूप से पौड़ी जिले की माधुरी बर्थवाल को कला के क्षेत्र में पदम श्री पुरस्कार से नवाजा गया।डा0 माधुरी राज्य के लोक संगीत के संरक्षण के निरन्तर प्रयासरत हैं आपकों बता दें कि यमकेश्वर पौड़ी के गांव निवासी डा0 माधुरी बड़थ्वाल आल इंडिया रेडियो नजीबाबाद में पहली महिला संगीतकार रही यहां से उन्होंने लोक संगीत संरक्षण के लिए प्रयास शुरू किया। डा0 माधुरी आज महिलाओं को पारंपरिक नृत्य, वादन व गायन से जुड़ने के लिए प्रेरित कर रही हैं
बसंती देवी
पिथौरागढ़ निवासी बसंती देवी को सामाजिक कार्यों के लिए पदम श्री पुरस्कार से नवाजा गया। बसंती देवी ने पानी की समस्या को दूर करने पर काफी काम किया है। बसंती देवी को पिथौरागढ़ में कोशी नदी के पुनरोद्धार और पानी से जुड़े अभियान के लिए जाना जाता है।
बंदना कटारिया
हरिद्वार निवासी बंदना कटारिया को हॉकी के क्षेत्र में पद्मश्री से सम्मानित किया गया है। बंदना कटारिया ने ओलंपिक 2020 सबसे ज्यादा गोल किए थे। बंदना के नाम पहली महिला के रूप में हैट्रिक गोल करने का कीर्तिमान है।