श्रद्धालुओं के उत्साह से रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड बना रही चारधाम यात्रा..
उत्तराखंड: जून की प्रचंड गर्मी और इंद्रदेव की बेरुखी भले ही जनसामान्य को बेचैन किए हुए है, लेकिन चारधाम यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष चारधाम यात्रा देरी से शुरू हुई है, लेकिन मैदानी क्षेत्रों में पड़ रही प्रचंड गर्मी और पर्वतीय अंचल में सुकून की छांव के कारण इस वर्ष श्रद्धालुओं की संख्या में भारी वृद्धि हुई है। वर्षाकाल में विलंब के कारण भी श्रद्धालुओं को यात्रा सुगम एवं सुरक्षित लग रही। इसकी गवाही यात्रा के आंकड़े दे रहे हैं। बीते वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष 40 दिन में 6.19 लाख अधिक श्रद्धालु चारधाम पहुंचे हैं
उत्तराखंड के चारधाम यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ व बद्रीनाथ के दर्शन को हर वर्ष लाखों की संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं। लेकिन, इस वर्ष श्रद्धालुओं की संख्या बीते वर्षों की अपेक्षा कहीं अधिक है। इस वर्ष यात्रा 10 मई को शुरू हुई और इस दौरान ज्यादातर स्कूल-कालेज में ग्रीष्मकालीन अवकाश के चलते बंद हो चुके थे। इसके साथ ही जून के दूसरे पखवाड़े में भी वर्षा नहीं हुई तो श्रद्धालुओं के लिए यात्रा सुरक्षित और सुलभ हो गई।
पिछले वर्ष 22 अप्रैल से चारधाम यात्रा शुरू हुई थी और 22 अप्रैल से 31 मई के बीच 40 दिनों में 18,91,217 श्रद्धालुओं ने चारों धाम के दर्शन किए। जबकि, इस बार 10 मई से शुरू हुई यात्रा में 18 जून तक (40 दिनों के बीच) 25,10,767 श्रद्धालु चारों धाम में दर्शन को पहुंच चुके हैं। इससे साफ है कि आने वाले दिनों में श्रद्धालुओं की संख्या और बढ़ेगी। चारों धाम में सबसे अधिक श्रद्धालु केदारनाथ दर्शन को पहुंच रहे हैं। बीते वर्ष से करीब 30 प्रतिशत श्रद्धालु सिर्फ केदारनाथ धाम आ रहे हैं। वर्ष 2023 में 19,61,025 श्रद्धालु केदारनाथ पहुंचे थे। इस बार 40 दिनों में ही 9,17,413 श्रद्धालु केदारनाथ आ चुके हैं।