उत्तराखंड के लोकपर्वों को दुनिया में मिलेगी नई पहचान, बनेगी समेकित नीति..
उत्तराखंड: सीएम धामी फुल एक्शन में लगातार बड़ी घोषणाएं कर रहे है। हाल ही में गैरसैंण में सरकारी आवास पर बच्चों की मौजूदगी में फूलदेई पर्व को खूब धूमधाम से मनाने के बाद उन्होंने फूलदेई पर्व को बाल पर्व में बनाने की घोषणा की थी। तो वहीं अब उन्होंने लोकपर्व मनाए जाने के लिए समेकित नीति बनाने की घोषणा की है।
आपको बता दे कि राज्य सरकार के एक वर्ष का कार्यकाल पूरा होने पर सीएम धामी ने प्रदेशवासियों के लिए तमाम महत्वपूर्ण घोषणाएं की। इन सबके बीच उन्होंने उत्तराखंड के लोक पर्वों को लेकर भी बड़ी घोषणा की है। सीएम का कहना है कि उत्तराखण्ड के लोकपर्वों उत्तरायणी, फूलदैई, हरेला, ईगास, बूढ़ीदिवाली आदि लोकपर्वों को व्यापक पहचान दिलाए जाने एवं पूर्ण श्रद्धा एवं हर्षाल्लास के साथ मनाए जाने के लिए समेकित नीति बनाई जाएगी।
पहाड़ और यहां कि संस्कृति में रचे बसे लोकपर्वों को लेकर भी धामी नए विजन के साथ काम कर रहे हैं। बीते वर्ष जहां दीवाली के बाद ईगास बग्वाल के अवसर पर न केवल उनके द्वारा सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया बल्कि इसका असर ये रहा कि पूरे प्रदेश में पहली बार इस अहम लोक पर्व को गढ़वाल से लेकर कुमाऊँ और देहरादून, हरिद्वार में भी पूरे उत्साह के साथ मनाया गया।