चारधाम यात्रा: बिना ई-पास केदारनाथ जाने से रोका तो धरने पर बैठे सैकड़ों तीर्थयात्री, 15 अक्तूबर तक बुकिंग फुल,
बिना ई-पास के केदारनाथ धाम जाने की मांग को लेकर श्रद्धालुओं ने रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे पर कुंड में धरना दिया। उन्होंने कहा कि वे बाबा के दर्शनों की चाह लेकर यहां पहुंचे हैं, लेकिन प्रशासन व पुलिस द्वारा उन्हें ई-पास न होने के चलते रोका जा रहा है। उन्होंने प्रदेश सरकार व देवस्थानम बोर्ड से ई-पास व्यवस्था को खत्म कर यात्रा को प्रतिबंध से मुक्त करने की मांग की है। वहीं, डीएम का कहना है कि आगामी 15 अक्तूबर तक देवस्थानम बोर्ड के ई-पास पोर्टल पर बुकिंग फुल है। इसलिए इस दौरान जो भी केदारनाथ आने की सोच रहे हैं, फिलहाल रुक जाएं।
बृहस्पतिवार को बाबा केदार के दर्शनों के लिए सैकड़ों यात्री गौरीकुंड हाईवे के रास्ते जैसे ही कुंड पहुंचे, तो पुलिस ने बैरियर लगाकर उन्हें रोक दिया। पूछताछ के दौरान पाया गया कि एक भी यात्री का ई-पास नहीं है, जिस पर पुलिस ने उन्हें आगे जाने की अनुमति नहीं दी।
इस पर सभी यात्री अपने-अपने वाहनों से उतरकर मौके पर ही हंगामा करने लगे और धरने पर बैठ गए। यात्रियों का कहना था कि उन्हें बिना ई-पास के आगे जाने दिया जाए। वे सैकड़ों किमी का सफर तय कर बाबा केदार के दर्शनों के लिए यहां पहुंचे हैं, लेकिन पुलिस ने उन्हें देवस्थानम बोर्ड के नियमों का हवाला देते हुए समझाने की कोशिश की। लेकिन वे, नहीं माने।
इस दौरान केदारनाथ विधायक मनोज रावत भी मौके पर पहुंचे और उन्हें समझाने का प्रयास किया। विधायक ने भी सरकार व देवस्थानम बोर्ड से यात्रा के सफल संचालन के लिए ठोस नीति बनाने की मांग की। करीब डेढ़ घंटे बाद प्रशासन, पुलिस व विधायक के समझाने के बाद यात्री धरने से उठे।
ऊखीमठ के थाना प्रभारी रविंद्र कौशल ने बताया कि राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र सहित अन्य प्रांतों से काफी संख्या में यात्री आए हुए थे, लेकिन एक का भी ई-पास नहीं था, जिससे उन्हें नियमों के तहत रोक दिया गया। बताया कि आए दिन इस तरह कई यात्री पहुंच रहे हैं, जिन्हें जनपद के अन्य मठ-मंदिरों व पर्यटक स्थलों की सैर की सलाह भी दी जा रही है।
वहीं, जिलाधिकारी मनुज गोयल ने कहा कि बिना ई-पास के कोई भी यात्री केदारनाथ नहीं जा सकता है। देवस्थानम बोर्ड के पोर्टल से ई-पास जारी किए जा रहे हैं। इसलिए यात्री किसी भी दलाल या भ्रमित करने वाले लोगों के झांसे में न आए।
उन्होंने कहा कि यात्रा को लेकर कुछ लोग यात्रियों को भ्रमित कर रहे हैं और बिना ई-पास के भी यात्रा करने की बात कह रहे हैं। कहा कि केदारनाथ में एक दिन में 800 श्रद्धालुओं के दर्शन की व्यवस्था है। अगर, यह संख्या कम रहती है, तो तब ई-पास से यहां पहुंचे अन्य यात्रियों को दर्शन के लिए भेजा जा रहा है। लेकिन आने वाले दिनों में यह संभावना भी ना के बराबर हो सकती है।
पिछले चार-पांच दिनों से ई-पास वाले 95 फीसदी से अधिक यात्री पहुंचने लगे हैं। उन्होंने देश-विदेश से आने वाले तीर्थयात्रियों से ई-पास लेकर सही जानकारी के साथ यात्रा करने की अपील की है। पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने बताया कि यात्रा शुरू होने के बाद से अभी तक लगभग बिना ई-पास के पहुंचे 2500 तीर्थयात्रियों को वापस भेजा जा चुका है।