बालशोध मेला- पौड़ी में रही बालशोध मेले की धूम, 23 विद्यालयों के प्रतिभागी रहे मौजूद..
उत्तराखंड: जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान चड़ीगाँव पौड़ी में बाल दिवस के अवसर पर जनपद स्तरीय बालशोध मेले का आयोजन किया गया। बालशोध मेले का विशय “ज्ञान की खोज, नवाचार की उड़ान“था। बालशोध मेले में 15 विकासखण्डों से चयनित 30 विद्यालयोंमें से 23 विद्यालयों के प्रतिभागी मौजूद रहे। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि डाॅ0 एम0एस0 कलेठा एवं प्रभारी प्राचार्य डाॅ0 डी0 एस0 लिंगवाल द्वारा दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई। इसके उपरान्त मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्हन प्रदान किया गया। कार्यक्रम समन्वयक और सहसमन्वयक क्रमश: श्रीमती संगीता डोभाल एवं श्रीमती शालिनी भट्ट द्वारा बालशोध मेले की रूपरेखा पर प्रकाश डालते हुए बताया गया कि इसका आयोजन 22 अगस्त से प्रारम्भ हुआ। दो नोडल अधिकारियों के चयन द्वारा संकुल स्तर पर विद्यालयों का ऑनलाइन मोड द्वारा चयन किया गया, जिसमें प्रत्येक ब्लाॅक से दो विद्यालयों का चयन किया गया।
कार्यक्रम के दौरान प्रभारी प्राचार्य डाॅ0 डी0 एस0 लिंगवाल द्वारा असेंसमेंट के प्रकार के विशय में बताया गया। बालशोध मेले का आयोजन प्रोजेक्ट के रूप में किया जाता है जो कि रचनात्मक मूल्यांकन का भाग है। बालशोध मेले का प्रमुख उद्देश्य बच्चों के द्वारा किए गए शोध कार्य को मेले द्वारा प्रस्तुत किया जाना हैं। जिसमें अध्यापकों की भूमिका एक सुगमकर्ता के रूप में होती है। सभी चयनित प्रतिभागियों द्वारा अपने माॅडलों का प्रस्तुतीकरण दिया गया। निर्याणक मण्डल की भूमिका श्रीमती ममता राणा, श्रीमती शकुंतला कण्डारी एवं श्री जितेन्द्र राणा के द्वारा अदा की गई। डी0 एल0 एड0 प्रशिक्षुओं द्वारा एल0 टी0 एम0,क्राफ्ट,भोजन एवं खेल के स्टाॅल भी लगाए गए। अन्त में बालशोध मेले के निर्णायक मण्डल द्वारा तृतीय स्थान पर रा0प्रा0वि0 खल्यिूंखेत पोखड़ा, द्वितीय स्थान पर रा0आ0प्रा0वि0 बमोली द्वारीखाल तथा प्रथम स्थान रा0आ0प्रा0वि0 कोटलमण्डा द्वारीखाल को प्रदान किया गया।